माता कुंती द्वारा स्थापित अद्भुत शिवलिंग, कोने-कोने से श्रद्धालु यहां आकर प्राप्त करते हैं मनोवांछित फल

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
बाराबंकी : महाभारत कालीन तीर्थ स्थल कुंतेश्वर धाम अपने पौराणिक महत्त्व को संजोए हुए हैं जहां पर माता कुंती द्वारा स्थापित अद्भुत शिवलिंग का जलाभिषेक करके श्रद्धालु मनोवांक्षित फल प्राप्त करते हैं ।
जिला मुख्यालय से करीब 38 किलोमीटर दूर पू्रब में ग्राम किन्तूर में कुंतेश्वर धाम मंदिर स्थित है जहां पर स्थापित शिवलिंग के बारे में कहा जाता है कि महाभारत काल मे पांडवों ने कुछ समय घाघरा नदी की तट पर बिताया था एक दिन माता कुंती ने अपने पुत्रों से शिवार्चन करने हेतु शिवलिंग लाने की इच्छा प्रकट किया मां की आज्ञा पाकर महाबली भीम पर्वत मालाओं में विचरण करते हुए एक शिवलिंग को लेकर चले चलने में जब उन्हें जब असुविधा हुई तो उसी के आकार का दूसरा शिवलिंग उन्होंने दूसरी ओर बहँगी में रख लिया और माता कुंती को लाकर दिया जिसे उन्होंने अपने हाथों से माता कुन्ती ने घाघरा नदी के तट पर प्रत्यारोपित कर पारिजात के पुष्पों से प्रथम शिवार्चन किया तथा इस स्थान का नाम कुंतेश्वर धाम रख दिया तभी से यह अपनी पौराणिकता को संजोए हुए हैं लोगों की मान्यता है कि आज भी माता कुंती द्वारा यहां पर प्रथम शिवार्चन किया जाता है जो अपने आप में रहस्य बना हुआ है।
महाशिवरात्रि पुरुषोंत्तम मास सोमवती अमावस्या व सावन मास के प्रत्येक सोमवार पर प्रदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां आकर के माता कुंती द्वारा स्थापित अद्भुत शिवलिंग का जलाभिषेक व रूद्राभिषेक करके मनोवांछित फल प्राप्त करते हैं लोगों के द्वारा यहां पर सच्चे मन से मांगी गई मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती है ऐसा लोगों का विश्वास है ।
(जी.एन.एस)